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Tuesday, 13 February 2024

DrGanga@parukkanchery temple ennapadam venkatarama bhagavatar KRITIS presented in feb 2024 txt

 DrGanga@parukkanchery temple ennapadam venkatarama bhagavatar KRITIS presented in feb 2024 txt

RARE RAGA 
Krti 1
1Rāga sumukhi                                      tāla rūpaka
pallavi
mātanga mukham sadā mahāganapatim bhajamana
anupallavi
ādi dēvam dēvēśamādyanta rahitamīśam
carana
śankarātmajam vandāru sankataharagananāyakam
pankajāsanādīsura vēnkataramana vinutam

2जगद्गुरॊ जय जय  रागम्: खमास् ताळम्: आदि

आ:श् ं१ घ्३ ं१ फ् ड्२ ण्२ श्
अव्: श् ण्२ ड्२ फ् ं१ घ्३ २ श्{श्ण्३श्ड्ण्२}
 ऎण्णपादम् वेन्कतरम भ्हगवतर्.
ळन्गुअगे:शांश्ख्ट्
पल्लवि
जगद्गुरॊ जय जय शंकर जय जय पालय जय नतसुरतरॊ
अनुपल्लवि
जगतामज्ञजनाघ तिमिरहर जलज सखॆ करुणापयॊनिधॆ
चरणम्
भवत्पाद कमल वराशृत जगत्ताप हर सुधाकर
भवदावशमैनक पटुतर परमहम्स वर जलधर शंकर

3--१४५ वॆद जननीं
रागं यदुकुलकाम्बॊजि ताळं चाप्पु
हरिकाम्बॊजि राग जन्यं
आरॊहणं सरिमपधस
अवरॊहणं सनिधपमगरिस
पल्लवि-
वॆ    । द  ।    ज ॥ ननीं ।  वि  ।   म ॥  लां ।  -।  शा ॥  र धां ।  भ   ।   जॆ  ॥
वी   ।णा ।वा   ॥दन     ।  लॊ ।लु     ॥पां ।  -  ।वि     ॥श्वमं  ।ग     ।ळां॥
अनुपल्लवि
श्वॆ ।त   ।व    ॥सनां ।-    ।शुभ॥धां  ।-। हं    ॥स  वा       । ह  । नां॥
बॊ  ।ध ।क    ॥व         ।स्तु ।वि       ॥वॆ       ।क ।ना     ॥दा              ।त्मि ।कां॥
चरणं
वा  ।णी  । ं स॥र         । स्व।तीं  ॥वाग ।धी ।श्व ॥ रीं         ।प ।रां ॥
वा  ।रि       ।   ज॥सं      ।भ।व      ॥व    ।  ल्ल   ।भां ॥मनॊ ।ह ।रां ॥
मा । णि ।क्य ॥मणि ।म ।य॥ हा  । रां । वि ।भू  ।ष ।णां ॥
मं।ग।ळा ।ननां । नु ।त ॥वे        ।ङ्क ।ट॥रम ।णां।-॥
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4श्रीरजताचलेश्वरं
रागम् - वृषभप्रिय ताळं –आदि
पल्लवि
1.श्री – र ज ता – च| लेश्व | रम् शिवम् ||
||
चिन् - - तये – हम् | चिन् – म | यम् - - - ||
अनुपल्लवि
1. मा र – हरम् पु | र _ _ ह | रम् - - परम् ||
1. मौ लिवि रा जि | त सु ।धा क रम् ||
चरणम्

1,दे वमही रु – ह | मू ले | मणिमय |
दि –व्या- स ने – देव् | या – स ह | सम् – स्थितम् ||
दे व वरम् वृष | भ प्रि |य – ग – म – नम्
श्री – वर वेङ्क | ट रम | णा – र्च्चितम्
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5राग प्रकाशिनि  ताळ आदि२ कळा चौव्कम्
sa ri1 ma2 pa  dha2 ni1 saW ni1 dha2 pa ma2 ga2 ri1 sa 
 ?roha?a: S R? G? M? P D? N? ?[a]
avaroha?a: ? N? D? P M? G? R? S[b]
The swaras shuddha rishabham, sadharana gandharam, prati madhyamam, chathusruthi dhaivatham and kaisiki nishadham are used in this scale
sa ri1 ma2 pa  dha2 ni1 saW ni1 dha2 pa ma2 ga2 ri1 sa
pallavi
पल्लवि

गुहं आश्रयामि कुमारं भवहरं
गुण सागरं शक्ति धरं
अनुपल्लवि
महनीय शिखिवाहं षडाननं
मायारहित मानस सदनं
चरणं
गांगॆयं वळ्ळीकान्तं उमासुतं
 कार्त्ति कॆयं स्कन्दं षाण्मातुरं॥
राकॆन्दु निभवदनं वेङ्कट
रमणप्रियं वरकमलाभचरणं
नागाननसोदरं धनुजहरं
नतजनपापानलशमजलधरं
पाकारिमुखामरसेनेश्वरं
 भक्तार्त्तिहरं परमदयाकरं
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6.मां किम् उपॆक्षसॆ
रागं मलहरि ताळं आदि
१.मां कि मुपे क्ष - | से | मा – त:||
1. मा तंगि करु |णां कु | रु – म यि ||
अनुपल्लवि
1शा – कं भ रि  शर्‍व्वा   शर्व्वा | वाणि भ | वा – नि ||
1, श र णा ग त का | मि त फ ल | दा  यि नि ||
चरणम्
प र म द या क रि |   पा ।र् वति – भ व ||
पा – श वि मो च नि | प – रात्प |  रि - - - ||
व र दा यि नि ज ग | तां  अ।धी – श्वरि ||
वरवेङ्क ट र म | ण - - स | हो द – रि ||
mAM kim upEkShasE

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7 – avaroha?a : S R2 M1 P N2 sa
avaroha?a : Sa N2 D2 P M1 G3 R2 S
The notes used in this scale are shadjam, chathusruthi rishabham, shuddha madhyamam, panchamam and kaisiki nishadham in ascending scale, with chatusruti dhaivatam and antara gandharam included in descending scale.
paraaSaktim agha |haraam pa |raamshuka ||

?रॊह?अ : श्  ं? फ् ण्? ?[अ]
अवरॊह?अ : ? ण्? ड्? फ् ं? घ्? ? श्[ब्]
, चथुस्रुथि रिशभम्, शुद्ध मध्यमम्, पन्चमम् अन्द् कैसिकि निशधम् इन् अस्चॆन्दिन्ग् स्चलॆ, विथ् चतुस्रुति धैवतम् अन्द् अन्तर गन्धरम् इन्च्लुदॆद् इन् दॆस्चॆन्दिन्ग् स्चलॆ.
पराशक्तिम् अघ ।हराम् प ।राम्शुक ॥
 धराम् भज मान ।स-    --।-- -॥  
अनुपल्लवि
धराधर विधृत  ।करा द    ।नुजकुल      ॥
हरा करिवरद          ।मुरारि   ।सहजाम्  ॥
चरणम्
सदामुनिहृदय    ।रताम् श्रि ।त जन व ॥
रदाम् मतंगकुल ।सुताम् त्रि ।नयनाम्॥
सदानन्द   सुर      ।सुधाम्शु ।शेखर ॥
नुताम्वेङ्कटराम। नतांघ्रि ।युगळाम्॥

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8.नीरज नयन राग वसन्त रूपक ताळ
स् , , म् ग् म् द् द् न् न् द् द् म् द् न् स् र् न् द् न्  द् म् ग् र् ॥
स् म् ग् म् द् म्  ग् म् द् न् स् र्  स् र् ग् स् र् स् न् स् न् द् द् न् ॥
स् र् स् स्  , न् द् न्   द् द्, म् ग् म् ग् ग्  , र् स्  म् ग् म् द् न् ॥
स् ,  , न्  द् न् द् ,  , म् ग् म् ग् , ,  र्    स् न् स् न्  द् म् ग् र्॥

नीरज नयन राग वसन्त रूपक ताळ
स् , , म् ग् म् द् द् न् न् द् द् म् द् न् स् र् न् द् न्  द् म् ग् र् ॥
स् म् ग् म् द् म्  ग् म् द् न् स् र्  स् र् ग् स् र् स् न् स् न् द् द् न् ॥
स् र् स् स्  , न् द् न्   द् द्, म् ग् म् ग् ग्  , र् स्  म् ग् म् द् न् ॥
स् ,  , न्  द् न् द् ,  , म् ग् म् ग् , ,  र्    स् न् स् न्  द् म् ग् र्॥

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9 वारिज दळ नयनॆ
रागम् उदयरविचऩ्द्रिक ताळम् मिश्र चापु
पल्लवि
वा--। रि ।ज ॥दळ ।न  ।य। ॥ने_
             न- य -- ने - ॥ वा – मिऩि – जय //
अऩुपल्लवि
नी --।र ।द - ॥ चिकु  ।रे ।-   ॥
  प --   । रे -। - ॥ व - -।रे -। -॥
नि खि ल ।ज न। भ व ॥ ता प ।हा ।रिणि ॥
क ट क । नू – ।पु र ॥हा र – ।धा – ।रि णि //||
चरणम्
को --।म ।ळ ॥ तर ।म्ऱु ।दु ॥ ग त ।ऩे - ।-॥ मणि – ।म – |य -॥
कुण् ।ढ ।ल ॥ध र ।श – ।शि ॥व द ।ऩे - ।-॥ पा -- -। ल ।य ॥
श्या-।म।सुन्॥ दरी – ।कुन् ।द –|| र द ।ऩे |– ||ना । दा ।त्मि के॥ /
सा –।र -- - ।सा ॥ रु ण ।नि – ।भ॥ च -- - र ।णे-।- ॥पा -। ल ।य
सोम ।शे।ख र ॥ मा- -ध।व ।गुह॥ताम ।र स।भव ॥ पू –जि ।ते-। - ॥
वामे ।वॆङ्।क ।ट ॥ राम ।सऩ् ।ऩुत ||ना –म ।वै ।भव॥तो –षि ते - -॥
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10 रागं कांभॊजि  

आदि पराशक्तीं  आश्रये
अखिलाण्डेश्वरीं ईश्वरीं

मातंगीं मरकतांगीं
मधुर भाषिणीं मातरं


अंगजारि वामांग निलयां
अंबिकां  अगराज तनयां|
पङ्कजासन भव पुरन्दर
वॆङ्कटरमण विनुतांघ्रि युगळां

रागं कांभॊजि आदि
 आदि पराशक्तीं  आश्रये
अखिलाण्डॆश्वरीं ईश्वरीं

मातंगीं मरकतांगीं



कांभॊजि आदि
 आदि पराशक्तीं  आश्रये
अखिलाण्डॆश्वरीं ईश्वरीं

मातंगीं मरकतांगीं
मधुर भाषिणीं मातरं


अंगजारि वामांग निलयां
अंबिकां  अगराज तनयां।
पङ्कजासन भव पुरन्दर
वेङ्कटरमण विनुतांघ्रि युगळां

मधुर भाषिणीं मातरं


अंगजारि वामांग निलयां
अंबिकां  अगराज तनयां।
पङ्कजासन भव पुरन्दर
वेङ्कटरमण विनुतांघ्रि युगळां


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11.
मरकताङ्कि
रागम् –सावेरि ताळम् -मिश्रचापु
पल्लवि
1.म र – क - // ता     ङ्कि- // - - - श्री // रा - - ज - //
मा - - - - तङ् // कि - - - - // पा – हि ज न नि //
2, - म - र - – क - // ताङ्कि - - // - - - स्री // रा - - ज - //
मा - - - // तङ्कि //- - - - पा – हि ज न नि //
अनुपल्लवि
व – र मृ // दु ळ तर // क - - - र मु // ख रि – त - //
वल्ल की // ना - - द - - - // व्या - मो – हि // त - - गा त्रि - - -//
चरणम्
सा – र स // वद – न – वि // ला –स –स्मि // त मा – धु रि //
हा र कञ्चु क – ल स त् //पी – न प - - - // यो ध - - रि//
सा – र यौ // व न सू कु // मा – रि – मंग ळ क – री //
- नी - र जा // क्षि वेङ्क – ट -// र म – ण - - स // हो – द रि - -//

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12पाहिमाम् भुवनॆश्वरि
रागम् वसन्ता ताळम् आदि
पल्लवि
पा ..हि..माम्भुव ..।ऩे.श्व ।रि पर॥
  मा..ऩन्द.क ।री.. ।श्रीकरि||
अऩुपल्लवि
देहिमे.. कुश. । लम् म ।हे..श्वरी..||
दीऩ..द.यापरि ।शम्भु म।ऩो..हरि||
चरणम्
पारिजात सुम ।शेखरि.. ।पार्वति||
परमेश्वरि जऩ।ऩी म।ऩोहरि||
सार..साक्षि शर।णागत ।पालिऩी||
शङ्करि वेङ्कट ।रमण स  ।होदरि  ॥






















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13 aalokayamaam bhairavi

आलॊकयमाम्
रागम् भैरवि ताळम् मिश्रचापु
पल्लवि
आ….लो कय…..माम् श्री. महा…लक्ष्मि
अखि…ला…ण् ढे…श्वरि जऩऩि दे…वि.
अऩुपल्लवि
नीळा..लक….. वे…..णी…निरञ्जऩि
निखिल मङ्कळ दाऩ कल्पक
निष्..कळङ्क कटाक्ष वीक्षणैरालोकयमाम्)AlOkayamAm
चरणम्
कमले…..कञ्च.. दळाय तेक्षणि
कऩकाम् भरि.. कट …कादि भूषणि
कमऩीय तर कळम्ऱुदु भा…षिणि
खगरा..जादिराज गमऩ वेङ्कट रमण वामिऩि

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14 मातङ्कतनयॆरागम् पुऩ्ऩाकवराळि ताळम् आदिपल्लवि
1.मा - - - - - त।ङ्क | तऩ ||
ये -     || मा-ये | पा – हि ||
आऩुपल्लवि
1,मा – त : महा - | त्रिपुर | सुन्दरि ||
मा - रज ऩ क मा - |ध व स हो - - दरि ||.
चरणम्
कुन्द मुकुळ शर | दिन्दु ध | व ळ व र ||
सुन्द र स्मित – र – द | ऩे – श शि व दऩे ||
मन्द - - ग मऩेलस / दिन्दी - -व र न य ऩे ||
वेङ्कट रा- म – नु त | पङ्क ज च र णे| |




















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15௩.ர்த?ரி -ர்ம்ய‌அ க்ரிதி ப்க்₃ ௪௭
ஶீட்₃ஃஆ‌ஈ --ஆடீ₃
௪.ஶ்ரீத₄ரி -ராமாயண க்ரிதி ப்க்₃ ௪௭
பல்லவி
இன்னும் பராமுகமேனோ உமக்கிது முறைதானொ ஏழையென் மீது
அனுபல்லவி
பன்னக₃ ஶயனனே பரன்தாமனே பாபவிமொசனனே பதம்பணின்தேன்
சரணம் -௧
முன்னம் வனத்திலொரு முனிவன் வேள்வியை காத்தாய்
பின்னவனுடன் சென்ட்ரு பெண்ணவள் சாபம் தீற்த்தாய்
மன்னன் ஜனகன் மனம் மகிழவெ வில் வளைத்தய்
அன்னை சீதை கை பிதித்தாய் அருள்புரிய
சரணம் -௨
தன்தைசொல்மிகு மன்த்ரம் தரணியில் இல்லையென்ட்ரு
தண்டகாரண்யம் சென்ட்ரு தபசிகள்க்கருள் தன்தாய்
அன்தரத்தோர் மகிழ அரக்கர்களையெடுத்தாய்
அயோதினகரில் உதித்தாய் அரசும் பெட்றாய்




















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16मम्गळम् आत~नोतु रागम्  मद्ध्यमावति ताळम् मिश्रचापु
पल्लवि :-
1,,मङ्गळम्॥ आ--तऩो॥ तु - - सर्॥व ज – ग ताम् ॥
1.  मा या मा ॥ऩु ष रू प. ॥धर क्ऱु ष्णो ॥निरन् – त –  रम्॥

चरणम्
1तुङ्ग – - वि॥ हग र त॥ गङ्गा ध - ॥रा – म र ॥
पङ् कज ॥भवार्च्चि त ॥पा र् व –ति॥ सो – द – र॥
2. मङ्ग ळा ॥ ह् रुद याब् ज ॥लो ल म ॥धु –क र ॥
वॆङ् – क –ट ॥रम – ण री ॥वे – णु गो ॥पा – ल स्सदा॥

Ganga Raamachandran

B.A.Eco.. MA. M.Phil (Ph.D) MUSIC,

Music Teacher -Musician. Research Scholar

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Puduppakkam,Chennai  603103                               ganga.geetanjali@gmail.com

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